Atharvaveda

“यत् ते मध्यं पृथिवि यच्च नभ्यं, यास्त ऊर्जस्तन्व: संबभूवु:। तासु नो धे ह्यभि न: पवस्व माता भूमि: पुत्रोऽहं पृथिव्या:। पर्जन्य: पिता स उ न: पिपर्तु”।।... Read More
वेद सहित सभी हिन्दू धर्म ग्रंथों नेआत्महत्या या सासामूहिक आत्महत्या को पाप ही नहीं बताया बल्कि इसे ईश्वर का अपमान भी कहा है। यह सत्य... Read More